अच्छे सिबिल स्कोर से लोन मिलने में रहती है आसानी, देना पड़ता है कम ब्याज

मौजूदा वक्त में लोन लेना सामान्य सी बात हो गई है फिर चाहे वो होमलोन हो या पर्सनल लोन। लोन लेने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी हो जाता है आपका सिबिल स्कोर। अगर सिबिल स्कोर खराब है तो लोन मिलने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कई बैंकों में ब्याज दरें भी सिबिल स्कोर से तय होती है। इसलिए जरूरी है कि इसे सुधारा जाए। इसके अलावा क्रेडिट कार्ड देते समय भी बैंक आपका क्रेडिट कार्ड देखते हैं।


सिबिल स्कोर से जुड़ी खास बातें...


सिबिल स्कोर से मिलती है पिछले कर्ज की जानकारी


सिबिल स्कोर से पिछले कर्ज की जानकारी मिलती है। इसलिए बैंक से कर्ज और क्रेडिट कार्ड लेने के लिए अच्छा सिबिल स्कोर होना जरूरी होता है। नियमित कर्ज चुकाने से क्रेडिट स्कोर अच्छा रहता है। सिबिल स्कोर 300 से 900 अंकों के बीच होता है। अगर स्कोर 750 अंक या उससे ज्यादा होता है तब कर्ज मिलना आसान होता है। जितना अच्छा सिबिल स्कोर होता है, उतनी ही आसानी से कर्ज मिलता है। सिबिल स्कोर 24 महीने की क्रेडिट हिस्ट्री के हिसाब से बनता है।


कैसे पता कर सकते है अपना क्रेडिट स्कोर?


आजकल कई तरह की वेबसाइट हैं जो सिबिल स्कोर के बारे में जानकारी देती हैं। फिर भी सिबिल की वेबसाइट पर जाना बेहतर रहता है। इसके लिए www.cibil.com वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन फॉर्म भरना होगा। यहां से फॉर्मडाउनलोड भी कर सकते हैं। इसके लिए आपको 550 रुपए का भुगतान करना होगा। इसमें एक बार ऑथेंटिकेशन प्रोसेस होगी और उस प्रोसेस के बाद आप सिबिल स्कोर और रिपोर्ट डाउनलोड कर सकते हैं।


सिबिल स्कोर कैसे सही रहता है?


सिबिल रिपोर्ट सुधारने के लिए आपको समय पर अपने बिलों का भुगतान करते रहना चाहिए। अगर आप लगातार 6 महीने तक वक्त में कर्ज चुकाते है तो सिबिल रिपोर्टमें सुधार देखने को मिल सकता है। आपको अपने क्रेडिट कार्ड की क्रेडिट लिमिट और बकाया रकम को कम रखना चाहिए और क्रेडिट कार्ड से ज्यादा लोन नहीं लेना चाहिए और ना ही बहुत सारे लोन के लिए आवेदन करना चाहिए। होम लोन, ऑटो लोन जैसे सिक्योर्ड लोन को ज्यादा अहमियत देनी चाहिए और अनसिक्योर्ड लोन लेने से बचना चाहिए। आपको अपना क्रेडिट कार्ड अकाउंट बंद करने से बचना चाहिए और लगातार अपने ज्वाइंट अकाउंट खातों की, सिबिल स्कोर की समीक्षा करते रहना चाहिए।


अगर स्कोर में गलती बैंक की हो तब क्या करें? 


लोन और अकाउंट से जुड़ी जानकारी बैंक सिबिल को भेजते हैं। बैंकों की तरफ से भी गलती की काफी गुंजाइश होती है। बैंक की गलती होने आप बैंक के नोडल अफसर को लिखित में शिकायत कर सकते हैं। सिबिल की वेबसाइट पर डिस्प्यूट रिक्वेस्ट फॉर्म भरकर अपना पक्ष रख सकते हैं। डिस्प्यूट रिजॉल्यूशन सेल आपके शिकायत पर गौर करेगा। सुनवाई ना होने पर बैंक के लोकपाल www.bankingombudsman.rbi.org.in पर आप शिकायत कर सकते हैं।